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Showing posts from February, 2022

बार का आनंदोलन हुआ सफल, अब सभी कोर्टों में होगा काम

बार का आनंदोलन हुआ सफल, अब सभी कोर्टों में होगा काम -गलतियों को भान करते हुए, बार-बैंच के तालमेल का किया वादा हाथरस। आज जो बार को विजय का मान-सम्मान मिला है वह सिर्फ और सिर्फ बार के प्रत्येक सदस्य का बार के आनंदोलन में सहयोग का ही परिणाम है। खासतौर से हम सभी अधिवक्ताओं और सिकंदराराऊ व सादाबाद बार को भी सहयोग के लिए धन्यवाद देता देते हैं।         यह बातें, डिस्ट्रिक्ट बार एसोशिएशन के अध्यक्ष व सचिव यज्ञदत्त गौतम व राधामाधव एडवोकेट ने संयुक्त रूप से कहते हुए डीजे सहित अन्य अधिकारियों से हुई वार्ता के बाद जानकारी देते हुए कही हैं। उन्होंने बताया है कि डिस्ट्रिक्ट बार की सभी बातें मानते हुए गलतियों भान किया है। साथ ही वादकारियों के हित को सर्वोच्च मानते हुए बार-बैंच के पूरी तरह से तालमेल के सहयोग का वायदा भी जिला जज व उनकी टीम ने किया है। The joy of the bar was successful, now work will be done in all the courts  Realizing the mistakes, promised to coordinate the bar-bench  Hathras . Today the bar which has got the honor and respect o...

15 दिन का इतिहास: मुन्नालाल, लता दी और बप्पी दा का जाना

15 दिन का इतिहास: मुन्नालाल, लता दी और बप्पी दा का जाना -ब्रजद्वार सनातन परिषद की बैठक में  साहित्य और संगीत के सिरमौरों को किया नमन -रावत जी के कनिष्ठ पुत्र के विवाह में आये थे बप्पी दा हाथरस। एक के बाद एक सरस्वती की संतान और साहित्यिक हस्तियों के जाने से ऐसा प्रतीत होता है मानो संगीत का एक युग समाप्त हो गया हो। कान्हा की मुर्ली कहे जाने वाली संगीत सुरभी लता दी व उसके बाद  बप्पी दा का जाना और साहित्य के संत मुन्नालाल रावत जो ब्रजद्वार की प्रमुख  हस्तियों में सुमार थे का जाना संगीत की गलियों को सूना कर गया है।         यह उद्गार ब्रजद्वार सनातन परिषद की हुई बैठक में पत्रकार अशोक रावत ने व्यक्त किये। अन्य वक्ताओं ने बताया कि बो दिन आज भी याद है जब बप्पी दा साहित्य समाजी पंडित मुन्नालाल रावत के कनिष्ठ पुत्र जितेंद्र रावत के विवाहोत्सव में सम्मिलित होने आये थे। उन्होंने बताया कि डिस्को किंग और हिन्दुस्तानी पॉप म्यूजिक के जनक बप्पी लाहड़ी बहुत ही सरल स्वभाव और संबंधों को निभाने वाले व्यक्तित्व थे। एक  कार्यक्रम में जब रावत जी बप्...

'मत' का दान बनायेगा प्रदेश और समाज को बलवान

मत का दान बनायेगा प्रदेश और समाज को बलवान -गांव हाजीपुर में निकाली मतदान जागरूकता  रैली -घर-घर जाकर किया गया लोगों मतदान के लिए जागरूक हाथरस । मत और मंथन दोनों ही शब्दों का देश और समाज से बड़ा ही गहरा नाता है। मत (वोट) यानी हमारी सोच और मंथन यानी गुण-दोष का परीक्षण (तुलनात्मक अध्ययन) के साथ जो सोच बनती है वह ही देश व प्रदेश में शासन की आधारशिला रखती है। क्योंकि उसी को हम वोट (मतदान) कहते हैं।          यह उद्गार व्यक्त करते हुए प्रधान  हाजीपुर व पूर्व संपादक रहे भूवेंद्र सेंगर ने मतदाता जागरूकता के नारे लगाते हुए अभियान की शुरुआत की। मतदाता जागरूकता अभियान के तहत गांव हाजीपुर में आभियान चलाया गया। इस मौके पर मतदाता जागरूकता रैली में ग्रामीणों ने मतदाता जागरुकता के नारे लगाये। साथ ही इस मौके पर विधानसभा निर्वाचन 2022 में हाथरस सुरक्षित विधानसभा 78 हाथरस के लिए 20 फरवरी को मतदान करने के लिए सभी मतदाताओं से अपील की। अभियान में गांव के सभी स्वयं सहायता समूहों से जुडी महिला सदस्यों, ग्राम पंचायत सदस्यों आगनवाड़ी प्राथमिक विद्यालय की शिक्षक, शिक्षा...

जन-जन तक स्वास्थ्य सेवायें पहुंचाना हमारी जिम्मेदारी

एसोसिएशन ऑफ डेमोक्रेटिक ह्यूमन राइट्स द्वारा किया गया नवागत मुख्य चिकित्साधिकारी का स्वागत                   स्वागत करते संंस्था के पदााधिकारी हाथरस । शासन की स्वास्थ्य योजनाओं को जन-जन तक पहुंचाना ही मुख्य उद्देश्य रहाहैऔररहेगा। यह उद्गार नवागत मुख्य चिकित्साधिकारी ने अपने स्वागत के मौके पर दौहराये।      एसोसिएशन ऑफ डेमोक्रेटिक ह्यूमन राइट्स द्वारा नवागत मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ अनिल सागर वशिष्ट को भारत का संविधान उद्देशिका देकर व पटका पहना कर स्वागत किया। सीएमओ डॉ. अनिल सागर वशिष्ठ ने कहा कि जनपद में शासन की अपेक्षाओं के अनुरूप स्वास्थ्य के क्षेत्र में आमजन तक योजनाओं का लाभ पहुंचाकर जनपद वासियों को लाभान्वित करना है साथ ही साथ एडीएचआर का भी भरपूर सहयोग की अपेक्षा रखते हुए आगे भी कोरोना की लड़ाई व अन्य बीमारियों को परास्त करने का काम करेंगे       स्वागत करते हुए एडीएचआर राष्ट्रीय महासचिव प्रवीनन वार्ष्णेय व जिला अध्यक्ष सौरभ सिंघल ने कहा कि एडीएचआर अपने कर्तव्य का निर्वहन आमजन के हित में करता ...

800 सौ लोग नहीं करेंगे 20 को मतदान

- दूसरे दिन भी स्वर्णधाम में हुआ प्रदर्शन और जमकर हुई विद्युत विभाग के खिलाफ नारेबाजी -लोगों ने विधुत विभाग को प्राइवेट सेक्टर में देने की उठाई मांग प्रदर्शन करते स्वर्णधाम के वाशिंदे सासनी । नाम स्वर्णधाम काॅलोनी, लेकिन नलों में पानी नहीं, बल्व हैं, लेकिन उनमें रोशनी नहीं। 100 से अधिक मकान हैं, लेकिन सामान्य जीवन-यापन नहीं। अधिकारी हैं, लेकिन सुनते नहीं। नेता हैं लेकिन काम नहीं तो फिर वोट किस बात के लिए। हम 20 को नहीं करेंगे मतदान।         यह हम कोई कहानी नहीं सुना रहे सहाब। यह सासनी के आगरा-अलीगढ़ रोड स्थित बिजली घर के सामने बसाई गई एक कोलोनाइजर की वह काॅलोनी है जिसके वाशिंदों जगह बेचते हुऐ तमाम वायदे तो किये गये थे, लेकिन यहां के वाशिंदे आज बिजली और पानी जैसी मूलभूत सुविधाओं से जूझ रहे हैं। इसका सिर्फ एक ही कारण है कि अधिकारियों को सुविधा-शुल्क नहीं मिला और कोलोनाइजर अपनी जिम्मेदारी निभाना नहीं चाहता। परेशान स्वर्णधामवासियों ने भी गांधीगीरी का मूड बना लिया है। आज लगातार दूसरे दिन लोगों ने प्रदर्शन किया और नारा दिया कि *"सपोर्ट नहीं तो वोट नहीं"* क...

न कलम थी न कागज थे साहित्य और समाज के समागम थे मुन्नालाल रावत

ब्रजक्रांति के संपादक को अंतिम सलाम  हाथरस । विप्र समाज ने आज अपनी एक ढाल खोदी, पत्रकारिता का एक और स्तंभ ढह गया। पब्लिकेशन का एक पग डीलिट हो गया। समाज और साहित्यिक गलियारे की एक और शमा बुझ गई। एक शब्द को मानो कई वाक्यों मे कहने मतलब ही सिर्फ एक है कि समाज की एक शख्सियत अब नहीं रही। गोलोकवासी हुए मुन्नालाल रावत अब सिर्फ यादों और किस्सों की चर्चाओं में ही श्रवण होंगे।           यह उद्गार हाथरस प्रेस क्लब की अलीगढ़ रोड स्थित कार्यालय पर हुई शोक बैठक में व्यक्त किए गए। वक्ताओं ने कहा कि जब-जब बात सख्शियतों की होगी तो मुन्नालाल रावत प्रथम पंक्ति में नजर आयेंगे। वह कहते थे, ' मैं ब्राह्मण समाज का नाई हूं', गलत नहीं था। क्योंकि आज कई ऐसे जोड़े हैं जो अपना खुशहाल जीवन बिता रहे हैं। एक अद्वितीय सख्शियत उनकी यह थी कि भले ही उनके पास कोई डिग्री नहीं थी, लेकिन उनके द्वारा प्रकाशित साहित्य से हजारों प्रतिभाओं को शिक्षा का बोध हुआ। एक छोटे से पब्लिकेशन से शुरू किये अपने सफल आयाम को उन्होंने मुंबई नगरिया तक पहुंचाया। भले ही वह सफलता का  उद्घोष ना कर...