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हर दिन डेढ सजा का लक्ष्य किया तय

हर दिन सुनाई गई डेढ़ सजा
- पुलिस के साथ अभियोजन ने 716 आरोपियों को सुनाई सजा
- पूरे साल में 556 मामलों में सुनाई गई सजा
- बकौल एसपी चिरंजीव नाथ सिंहा, आगे और बहतर करने का होगा प्रयाश
हाथरस। पुलिस ने अभियोजन के साथ मिलकर 360 दिन में 556 सजाओं के माध्यम से 716आरोपियों को अभियुक्त सिद्ध कर के जेल का रास्ता दिखाया है।
अगर यह कहा जाए कि हर दिन पुलिस और अभियोजन ने मिल कर डेढ़ सजा का आंकड़ा तय किया है तो गलत नहीं होगा क्योंकि साल में 360 दिन होते हैं और सजा 556 सुनाई गई है।इससे सीधा-सीधा आंकड़ा निकलता है एक दिन में डेढ़ सजा का मापदंड तप किया गया है।हालांकि यह आंकड़ा इतना अच्छा भी नहीं है, मगर आने वाले दिनों में इसको और सुधारा जा सकता है। बीते समय से सबक लेने की आवश्यकता है कि कहां पर चूक हुई है।क्योंकि कहीं ना कहीं पुलिस गवाहों के होस्टाइल होने के कारण ही आरोपी कोअभियुक्त सिद्ध नहीं कर पाती और वह सजा से वंचित रह जाते हैं ।इसलिए यह कहना फक्र की बात है कि पुलिस ने मेहनत करते हुए हर दिन एक से ज्यादा सजा का लक्ष्य तय किया है इधर, अभियोजन ने भी रात दिन एक करते हुए अपने कार्य को अंजाम दिया है।
*क्या कहते हैं जिला शासकी अधिवक्त ?*
हमारा पूरा लक्ष्य अपराधी को दण्डित कराना है। पिछली वर्ष से सजाओं का अधिक लक्ष्य तय होने की सूचना है। आने वाले वर्ष में हम और बहतर कार्य करने का प्रयास करेंगे।
विश्वास तहादुर पुढ़ीर
क्या कहना है पुलिस का ?
पुलिस अपना कार्य पूर्ण जिम्मेदारी के साथ करती है। जहां सुधार की आवश्यकता है, किया जायगा और आने वाले समय में अपराध पर अधिक से अधिक अंकुश लगे, ऐसा पूर्ण प्रयास रहेगा।
एसपी चिरंजीव नाथ सिंहा

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