बो तो मराहुआ छोड़ आया था, लेकिन एसओ की पहल पर मिली दो भाई-बहनों को नई जिंदगी
हसायन (हाथरस) 16 अप्रैल। एक वर्दी वाले ने आज फिर कमाल कर दिया। बिना एक मिनट गंवाए मौके पर पहुंच मौत से जूझ रहे एक विवाहिता और उसके फुफेरे भाई को प्राथमिक उपचार ही नहीं दिलाया। तत्काल आवश्यक उपचार के लिए अलीगढ़ भिजवाया। बताते हैं, अगर चंद मिनटों की देरी हो जाती और रक्त ज्यादा वह जाता तो आज दो जिंदा लोग मुर्दा होते। हालांकि घटनाक्रम में शक की बात निकल कर आ रही है और आधकारिक तौर पर अभी कुछ भी स्पष्ट नहीं हो पाया है।
क्या रहा घटना क्रमः-
जानकार सूत्रों के मुताबिक थाना हसायन के गांव बस्तोई में सुबह कुछ ऐसा हुआ कि गांव ही नहीं पूरे थाना क्षेत्र में हड़कंप मच गया। कलुआ (बदला हुआ नाम) ने अपने ही घर में अपनी पत्नी और फुफेरे साले पर अचानक धारदार हथियार से लगातार प्रहार कर दिए दोनों ही जमीन पर लहूलुहान गिर पड़े। सूत्रों की माने तो घटना को अंजाम देने के बाद वह पुलिस के पास गया। सूत्रों की माने तो उसने यह कहा कि वह अपनी पत्नी और उसके प्रेमी को मौत के घट उतार आया है। हलांकि पुलिस ने अभी तक इसकी पुष्टि नहीं की है, लेकिन ऐसी लोगों में चर्चा जरूर थी। घटना के सुनते ही पुलिस में भी हड़कंप मच गया
थानाध्यक्ष ने किया कावि-ले-तारीफ कार्यः-
वाकई थानाध्यक्ष की सोच और कर्रवाई की तारीफ करनी होगी। क्योंकि थानाध्यक्ष प्रवीन कुमार ने बिना किसी समय गंवाए तत्काल घटना स्थल पर पहुंचे और हालात देखकर दंग रह गए, लेकिन दोनों चुटैल भाई-बहन को प्राथमिक उपचार दिलाते ही उपचार के लिए अलीगढ़ भिजवाया। अच्छा यह रहा कि समय रहते दोनों को टीटमेंट मिल गया और जानकारी मिल रही है कि दोनों ही जिवित हैं और सुरक्षित हैं। इस बात की पुष्टि स्वयं थानाध्यक्ष हसायन प्रवीन कुमार ने की है। उन्होंने बताया कि अभी किसी भी तरफ से हमारे पास कोई शिकायत नहीं आई है। जैसे ही तहरीर मिलती है। उस पर जांच कराई जाएगी और उचित कार्रवाई की जाएगी।
आखिर क्यों दिया गया ऐसी घटना को अंजामः-
लोगों की चर्चाओं और मिली जानकारी को माने तो मामला अवैध संबंधों के शक का निकल कर आ रहा है। हालांकि पुलिस या कोई अन्य अधिकारी अभी तक इसकी पुष्टि नहीं कर रही, लेकिन पीड़ित यानि आरोपी के फुफेरे भाई के परिजनों की माने तो आरोपी और उसकी पत्नी ( यानि पीड़ित की ममरी बहन) आपस में झगड़ रहे थे और बीच-बचाव करने में उसने अपनी पत्नी (पीड़ित की ममेरी बहन) और मुझ पर हमला बोल दिया।
क्या रहा अबतक का घटनाक्रमः-
समाचार संकलन के समय तक दोनों पीड़ितों का अलीगढ़ में उपचार चल रहा था और उनको खतरे से बाहर बताया जा रहा था। इस संबंध में एसओ प्रवीन कुमार का कहना था कि अभी तक पूरी घटना से पर्दा नहीं हट सका है। हमारी प्राथमिक जांच में कुछ खास स्पष्ट नहीं हो पाया है। हमारा पहला कार्य था पीड़ितों को खतरे से बाहर निकालना इसलिए पहले हमने प्राथमिकता के आधार पर दोनों को उपचार मुहैया कराया है। आगे तहरीर मिलने पर पुलिस अपनी कार्रवाई करेगी। नोटः-घअना में और अपडेट मिलने पर उससे भी अपने यूजरों को अवगत कराया जपएगा।
वर्दी के अप्रैल में दो अच्छे कार्यः-
बतादें कि इससे पूर्व हाथरस कोतवाली में तैनात एसआई रहुल सांगवान ने अपना खून देकर एक छह वर्ष की बच्ची की जान बचाई थी और दूसरे अब एसओ हसायन ने तत्काल निर्णय लेते हुए मरते हुओं को नई जिंदगी दिलाने का कार्य किया है।

Comments
Post a Comment