कर्मसिद्धांत पर अड़िग रहने वालों के चूमती है सफलता कदम
हाथरस 24 अप्रैल। पढ़़ने और समस्याओं से लड़ने वालों को कभी किसी भी सहारे की आवश्यकता नहीं होती। आज जो सफर तय हुआ है। यह मिली सीख और आंदर की आत्मशकित के चलते हुआ है। बड़ों का आशीर्वाद और अपनों के मिले प्यार का नतीजा है कि आपके शहर में सर्विस के दौरान कुछ ऐसा परिणाम निकला की छोड़ने को मन नहीं कर रहा है, लेकिन क्या करें सर्विस तो करनी ही है और स्थनांतरण सर्विस का एक अंग है। जिसका पालन तो करना ही पड़ेगा।
यह उद्गार सोमवार शाम न्यायिक मजिस्ट्रेट नरेश कुमार दिवाकर ने रजक समाज द्वारा किए गए विदाई समारोह के दौरान व्यक्त किए। उनका हाथरस से गाजियाबाद के लिए स्थानांतरण हुआ है। सिविल जज कनिष्ठ प्रभाग नरेश कुमार दिवाकर रजक समाज की ओर से माल्यार्पण और बुके भेंट कर उनका स्वागत किया गया। विदाई सम्मान के मौके पर उत्तर प्रदेश युवा धोबी रजक महासभा के प्रदेश अध्यक्ष रामनारायण काके और उत्तर प्रदेश रजक महासभा के हाथरस जिला महासचिव अजय पाल दिवाकर, प्रधान निहालसिंह दिवाकर, प्रधान रामबाबू दिवाकर, सुनीलकुमार दिवाकर, प्रधान बनीसिंह दिवाकर, अशोककुमार दिवाकर, प्रेमपाल दिवाकर, राजेंद्र प्रसाद दिवाकर, हाकिम भारती, रमेशचंद्र भारती, नरेश भारती, उदयवीर दिवाकर आदि ने श्री दिवाकार को स्वागत करते हुए एक अच्छे अधिकारी से बिछुड़ने पर अफसोस भी व्यक्त किया।


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