कंडम वाहन और नाबालिग चालकों के हाथ में देश के भविष्य की डोर
UP (IndIa) 26 April। स्कूली वाहनों में बरती जा रही अनियमितताओं और हो रही बच्चों के जीवन से खिलवाड़ को देखकर सामाजिक संस्था ‘यूनिवर्सल ह्युमनराइट्स कौंसिल’ का दिल पसीजा है। उन्होंने मामले की गंभीता को समझते हुए एआरटीओ को ज्ञापन सौंप कर तत्काल प्रभाव से मामले में पहल करने की अपील की है।
ज्ञापन को सौंपते हुए उन्होंने प्रदेशभर में ज्यादातर चल रहे कंउम स्कूलों पर रोक लगए जाने की मांग की है। उन्होंने कहा है कि स्कूली वाहनों के रूप में कंउम वाहनों के अलावा अनाधिकृत रूप से गैस सिलेंडर का प्रयोग किया जा रहा है। इन स्कूली वाहनों में बच्चों के बैठने की सुविधाओं के नाम पर सिवाय रुपये एंठने के और कुछ नहीं है। बच्चों को ठूंस-ठूंस कर भर लिया जाता है। एक-एक वाहन में 25 से 30 बच्चों को भर लिया जाता है। बच्चों के इस प्रकार के मौत के सफरी पर रोक लगाई जाए। यह ही नहीं हद तो उस वक्त हो जाती है कि इन स्कूली बच्चों को नाबालिग चालकों के सुपुर्द कर दिया जाता है, लेकिन स्कूल प्रशासनों द्वारा भी इस ओर अनदेखी की जा रही है। संस्था के ज्ञापन के बाद आरटीओ विभाग भी हरकत में आ गया है।
क्या कहते हैं एआरटीओः-
एआरटीओ महेश कुमार शर्मा ने बताया कि कुसी नगर की घटना को लेकर हमने एलर्ट वरता है। सभी स्कूलों/कॉलेज प्रशासनों को नोटिस जारी किए हैं। शुक्रवार को हम जलेसर रोड स्थित त्रिवेणी धाम गेस्ट हाउस में एक जागरूकता कार्यक्रम करने जा रहे हैं जिसमें विधायक सदर हरीशंकर माहौर बतौर चीफगेस्ट हैं। जिसमें हम ई-रिक्शा, ऑटो और ट्रक चालकों को यातायात नियमों के संबंध में जागरूक किया जाएगा। हर प्रकार से उन वाहनों और चालकों पर अंकुश लगाया जाएगा जो यातायात नियमों के नियमों का उलंघन करते पाया जाएगा। साथ ही उन वाहनों के खिलाफ विधिक कार्रवाई भी अमल में लाई जाएगी।


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