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दुखहर्ता शनिदेव पर होगा दो दिवसीय कार्यक्रम, तैयारियों को पहनाया गया अमलीजामा

दुखहर्ता शनिदेव पर होगा दो दिवसीय कार्यक्रम, तैयारियों को पहनाया गया अमलीजामा
यूपी के हाथरस स्थित सादाबाद गेट पर प्राचीन
 दुखहर्ता शनिदेव मंदिर की श्रृंगार आरती के दर्शन
UP (हाथरस), 12 मई। शनि सरल और उदार प्रवृत्ति के देवता हैं। इनको दंडाधिकारी का वरदहस्त प्राप्त है। इसलिए यह न्याय के देवता भी कहे जाते हैं। हर वर्ष मंदिर में शनिजयंती हर्ष और आनंद के साथ मनाई जाती है। जो भी मंदिर में दर्शन कर शनिदेव की शरण में आता है वह सुख और शांति प्राप्त करता है।
यह उद्गार मंदिर सेवायत चंद्रप्रकाश जोशी ने वार्षिकोत्सव संबंधी बैठक में बतौर प्रमुख व्यक्त किए। उन्होंने बताया कि सादाबाद गेट स्थित मंदिर श्री शनिदेव महाराज अतिप्राचीन इसका प्रमुख रूप से निर्माण अंग्रेजों के समय से पूर्वका है, लेकिन बीच-बीच में मंदिर में निर्माण और जीर्णोद्धार के कार्य होते रहे हैं। आज के समय में यह स्थान शनि सिद्धपीठ के रूप में है। अर्थात यहां पर जो भी दीन-दुखी आते हैं उनको राहत प्राप्त होती है। साथ ही बिगड़ों के काम बनते हैं।
मंदिर से पूरी तरह जुड़े राकेश भाद्वाज ने बताया कि 14 व 15 मई को शनिदेव महाराज का द्वय दिवसीय वार्षिकोत्सव
मनाया जाएगा। इसके लिए तैयारियों को पूर्ण किया जा रहा है। प्रेमकिशोर वशिष्ठ ने बताया कि होने वाले इस
आरती में शामिल भक्तजन
द्वय दिवसीय कार्यक्रम में 14 मई को मंगला आरती के बाद भजन-कीर्तन, सायं को श्रृंगार आरती। जबकि 15 मई को सुबह श्रृंगार आरती, प्रभात फेरी किर्तन, प्रसादी वितरण के बाद शाम को फूलबंगला व छप्पन भोग के आलौकिक दर्शनों के साथ प्रसादी वितर का कार्यक्रम होंगा। इसके लिए अभी से सारी तैयारियों को अमली जामा पहनाया जा रहा है। इससे पूर्व भगवान श्री शनिदेव की मंगला आरती और श्रृंगार आरती के दर्शन कराए गए।

बैठक में मुख्य रूप से मोहन माहोश्वरी, पीयूष गुप्ता, संतोस कुमार, अनिल कुमार हींगवाले, विकास जोशी, आकाश जोशी, रमाशंकर, अतुल माहेश्वरी, सेठ दर्शनलाल, राजू कौशिक, उमेश्ज्ञ जैन, गोपाल वर्मा, आशीष वार्ष्णेय व भूरा जोशी आदि भक्तजन उपस्थित थे।


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