‘‘मौत से ठन गई जूझने का मेरा इरादा न था’’ अटल जी की घंटाघर स्थित श्रद्धांजलि सभा में उमड़ी भीड़
संजय दीक्षित
हाथरस 18 अगस्त, 18। वाक्यों का वेबाक उच्चारण, सही को सही और गलत को गलत कहने का साहस, जहां पर विरोध उचित है वहां पर चूकना नहीं और जहां पर गलत तरीके तबाव बनाया जा रहा है वहां दबाव में न आकर कार्य करने का जो सिलसिला था शायद जीवन में अब और देखने को मिलेगा कुछ कहा नहीं जा सकता, लेकिन यह अटल सत्य है कि जो विश्व ने जाना और भारत ने खोया वह भी अटल जी का ही व्यक्तित्व ही था। जो अब केवल कहावतों और नसीहतों में ही देखने और सुनने को मिलेगा।
अटल की श्रद्धांजलि में उमड़ा विश्वास का हुजूमः-
मौका था नगर पालिका द्वारा आयोजित श्रद्धांजलि सभा का और स्थाना था ब्रज की द्वार देहरी हाथरस नगरी का। सभा के भव्य अयोजन का श्रेय वर्तमान चेयरमैन पं. आशीष शर्मा को जाता है। जहां पर यह ध्यान भी रखा गया कि कहीं पर यातायात में व्यवधान न आए और कार्यक्रम भी पूरी तरह से संपन्न हो। उनके बुलावे पर वहां पर पब्लिक की भीड़ उमड़ पड़ी। खास बात यह रही कि श्रद्धांजलि सभा में हर वर्ग, समाज से लोग मौजूद था।
भाजपा महिला मोर्चा ने भी की पूरी सिद्द के साथ सहभागिताः-
समाजसेवियों ने भी दी अटल जी को श्रद्धांजलिः-
घंटाघर स्थित श्रद्धांजलि सभा में नगर के प्रसिद्ध समाजसेवी व अध्यक्ष लायंस क्लब अशोक कपूर, नवीन कुमार, विकास अग्रवाल, उमेश अग्रवाल, जगदीश पंकज, प्रवीन अग्रवाल, शिवकुमार शर्मा एडवोकेट, संजय दीक्षित एडवोकेट आदि सैकड़ों की संख्या में नगर एवं क्षेत्र के समाजसेवी मौजूद रहे।




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