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शीलेश की सरलता और कर्मठता के कमाल पर एसपी निहाल

  • शीलेश की सरलता और कर्मठता के कमाल पर एसपी निहाल

  • सिकंदराराऊ में सर्वश्रेष्ठ कांष्ठेबिल का खिताब जीतने पर 11 सौ का पुरस्कार


  • मनोज ने मोहित हो सौंपा शीलेश को एसपी का दिया पुरस्कार

संजय दीक्षित

एसएचओ मनोज कुमार शर्मा कांस्टेबिल शेलेश को पुरस्कार देते हुए 

सिकंदराराऊ। खाकी वर्दी में जो मानव हो उसमें भी उसका शील (सुंदर, सरल और सुगम) स्वभाव हो और तो और नाम भी शीलेश हो तो यह तो निश्चित ही है कि इतिहास तो गढ़ा ही जाना है। क्योंकि कर्मठता और चाटुकारिता के बीच रहते हुए अधिकारियों का भी चहेता बना रहना और अपनी ड्यूटी को भी अंजाम देना मानों दांतों के बीच जैसे जीवा हो, जैसा होता है, लेकिन फिर भी वह सफल है तो मानों वह ही कांस्टेबिल शीलेश कुमार है।


जीहां! हम सिकंदराराऊ थाना कोतवाली में तैनात कांस्टेबिल 559 शीलेश कुमार की बात कर रहे हैं। जिसको ड्यूटी और दंश दोनों का अनुभव हो और कर्तव्य निष्ठा के लिए डीजीपी के साथ भोजन करने का मौका मिला हो। अगर वर्दी के हल्के से मिली खबरियाओं की माने तो शीलेश के संबंध में जो सुना है सच ही होगा। क्योंकि कहा यह जाता है कि शीलेश को यह प्रतिभा प्राप्त हो चुकी है कि क्षेत्रीय पुलिस को शीलेश की प्रतिभा के चलते ही क्षेत्र के तमाम अपराधियों को उनके सही ठिकाने पर पहुंचाने में सफलता मिली है। यह ही नहीं शीलेश की एक और सरल और सुगम बात यह है कि वह क्षेत्र की जनता से भी समाजस्य बनाए रखने में विषेश महारथी है। लोगों से मिलनसार व्यवहार का ही कारण है कि आज पुलिस जैसे विभाग में भी वह अच्छी प्रतिभा का प्रदर्शन कर रहा है। चूंकि वर्दी पर दाग लगते देर नहीं होती। जबकि वर्दी लगे दाग असानी से नहीं छुटाए जा सके, लेकिन शीलेश ने अपनी वर्दी पर अभी तक कोई दाग नहीं लगने दिया और जिस क्षेत्र में तैनान होता है वहां पर वह अपने मिलनसार स्वभाव के चलते पुलिस और  प्रशासन में तो अपनी जगह बनाही लेता है। साथ ही क्षेत्र की जनता के दिलों में भी अपना मुकाम बना लेता है।

अपनी इस विशेषता के चलते ही आज उसको फिर से एक और पुरस्कार मिला है और वह खिताव है थाना सिकंदराराऊ का सर्वश्रेष्ठ पुलिस कर्मी होने का। इसके लिए शीलेश को इनाम से नवाजा है। एसपी से मिले इस 11 सौ रुपये के पुरसकार को एसएचओ मनोज कुमार शर्मा ने स्वयं कांस्टेबिल शीलेश कुमार को देते हुए अपना सीना चौड़ा किया है।

शीलेश की शीलनताई का प्रत्यक्ष प्रमाण है चेहरे की किताब में भी उसको समर्थन मिल रहा है। अर्थात फेसबुक पर भी शीलेश का फोटो जारी होते ही उसको बधाइयों का तांता लग गया है। उसको बधाई देने वालों में जागरण के क्षेत्रीय प्रमुख विनय चतुर्वेदी, हासीन खान, यदुवंशी दिनेश सिंह जादौन, रमाकांत, मनोज उपाध्याय, गौरव वार्ष्णेय, जहीर हख्तर, पं.अजय कुमार, मुकुल गुप्ता, रामेश्वर यादव पहलवान, अक्ष्युत तिवारी, सुनील यादव, विजय कुमार वर्मा

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