उत्तर प्रदेश फसल बीमा में आपका स्वागत है
-1800120909090 टोल फ्री नंबर पर 72 घंटे में करें शिकायत
| बिसाबर में बारिश से पूर्व आकाश की ओर निहारता पीड़ित किसान |
हाथरस। ‘‘बे मौसम बरसात, अन्नदाता का ह्रास’’ अचानक बदले मौसम पर यह कहावत सटीक सिद्ध होती है। क्योंकि रंग भरनी एकादशी के मौके पर गुलाल और अबीर उड़ता दिखाई देता था इस बार वरुण देवता का कोप बरस रहा है। इससे आलू व गेंहू की फसलों को नुकसान बताया जा रहा है। हालांकि किसान की नुकसान की भरपाई के लिए उत्तर प्रदेश फसल बीमा केंद्र की व्यवस्था सरकार द्वारा की गई है, लेकिन जानकारी के अभाव में यह योजना भी सही और सटीक परिणाम नहीं दे पा रही है।
वैसे तो पिछले कई दशकों से ब्रज और आसपास में बसंत पंचमी से ही होली की बहार शुरू
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| सादाबाद के एक गांव में गिरी गेंहू की फसल |
हो जाती है, लेकिन खासकर रंगभरनी एकादशी से तो गुलाल और अबीर
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रसगंवा के किसान यतीश शर्मा
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बरसना शुरू हो जाता है, लेकिन ब्रज की द्वार देहरी में अबीर-गुलाल के स्थान पर बारिश बरस रही है। यह बारिश बे मौसम ही कही जा सकती है। क्योंकि अभी किसान पूरी तरह से अपनी फसलों को काट भी नहीं पाया था कि लगातार पिछले कई घंटों से बारिश का पड़ना किसानों के लिए मुसीबत का सबब बनी हुई है। हालांकि आलू की फसल लगभग उठ चुकी है, लेकिन जिनके पिछाई आलू हैं। उनके लिए यह बारिश घाटे का सौदा है। हालांकि कुछेक स्थानों पर बारिश के साथ आई अल्की तेज अवाओं से गेंहू की फसल लेटने का भी समाचार मिला है। जो किसान के लिए नुकसान का कारण है।
किसान की कहनः-गांव रस गवां के किसान यतीश शर्मा कहते हैं कि देखिए आलू किसानों को वहां नुकसान है जहां पर वह समय से अपनी फसल को उठा नहीं पाए हैं। हालांकि जो बारिश हो रही है यह किसान के लिए नुकसान देह सिद्ध हो रही है और जो सरकारी योजनाएं भी हैं ज्यादातर किसान जानकारी के अभाव में इसका लाभ नहीं उठा पाते।
क्या कहते हैं किसी अधिकारी- कृषि अधिकारी डिपिन कुमार का कहना है कि बे मौसम बारिश तो एक प्राकृतिक आपदा में ही आती है। हालांकि इस बारिश से कोई ज्यादा नुकसान नहीं है, लेकिन जिन किसानों का नुकसान हुआ है। वह अपना फसल बीमा का लाभ ले सकते हैं।
कैसे लें फसल बीमा का लाभः-पीड़ित किसान नुकसान के संबंध की स्थिति उत्तर प्रदेश फसल बीमा योजना से अपनी शिकायत दर्ज करा सकता है। इसमें पीड़ित किसान को टोल फ्री नंबर 1800120909090 पर डायल करना है। डायल करते ही आपके सुनाई देगा कि ‘उत्तर प्रदेश के फसल बीमा केंद्र में आपका स्वागत है।’ इसके बाद नंबर उठते ही आप अपनी शिकायत दर्ज कर सकते हैं, लेकिन यह शिकायत आपको नुकसान होने 72 घंटे के अंतराल में ही करना अन्यथा आपका प्रयास बेकार जाएगा।



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