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कोरोना का बचाव ही सबसे बड़ा उपचार: अधिवक्ता देवेश

कोरोना का बचाव ही सबसे बड़ा उपचार: अधिवक्ता देवेश
-सुमंगला योजना बच्चों के लिए सरकार की एक सौगात
कोरोना वायरस कोई आज नया वायरस नहीं है। यह पहले से ही मौजूद है। यह चढ़ते और उतरते मौसम में प्रभावी होता है। खासतौर से इसका प्रथम उपचार तो इसका बचाव ही है। जिसमें हर व्यक्ति से चट न हों, मुंह पर माॅस्क का प्रयोग करें और दिन में ज्यादातर हाथों को पानी से धोने के आदत डालें।
       
प्राथमिक विद्यालय में अधिवक्ता देवेश दीक्षित कोरोना वायरस से बचाव और सुंगला योजना की जानकारी देते हुए
यह उद्गार अधिवक्ता व मीडिया प्रभारी डिस्ट्रिक्ट बार एसोसिएशन, हाथरस ने बतौर जागरूक पहरी के रूप में कस्बा हाथरस जंक्शन के गांव हाजीपुर स्थित प्राथमिक विद्यालय में बच्चों को दिए। जिसमें खासतौर से आगनवाडी कार्यकत्री अंजना कुमारी भी मौजूद रहीं और उन्होंने भी बच्चों को कोराना वायरस के संबंध में जानकारी देते हुए बचाव को ही इसका उचित उपचार बताया। इस मौके पर अधिवक्ता देवेश दीक्षित ने बताया कि यह वायरस पहले चीन में फेला और वहां से आने वाले लोगों के साथ यह अन्यत्र देशों की ओर भी निकल चुका है। हालांकि उन्होंने ग्रामीणों को बताया कि कोरोना वायरस ज्यादा हीट मौसम में जीवित नहीं रह पाता है,
लेकिन लगातार मौसम कभी कर्म और कभी शर्द बना हुआ है। बारिश का आना उसमें भी बोलावृष्टि भी इस वायरस को पनपने में सहायक सिद्ध हुआ है। हालांकि अब यह ज्यादादिन तक जीवित नहीं रह पाएगा। इसलिए ही सरकार भी इसके ओर काफी एलर्ट है। जबकि हाईकोर्ट प्रशासन ने भी इसके लिए एडवाजरी जारी करते हुए न्यायालयों में भी अर्जेंट कार्य पर ही जोर दिया है। खासकर सरकार की ओर से स्कूल-काॅलेजों को दो तक बंद कर दिया गया है। जबकि न्यायालयों में भी 21 मार्च तक अर्जेंट वर्क ही देखा
जाएगा। इस संबंध में सीएमओ हाथरस ने भी कहा है कि हो सके तो माॅस्क न होने की दिशा में आप मुहं पर रूमाल या आन्य कोई कपड़ा बांध सकते हैं। इस मौके पर अधिवक्ता देवेश दीक्षित ने बच्चों और ग्रामीणों को हाथ धोना बताया और कोराना वायरस से बचने के लिए कई कारगर उपाय भी बतााए। इस अवसर पर अधिवक्ता देवेश दीक्षित ने उत्तर प्रदेश सरकार की सुमंगला योजना के संबंध में भी ग्रामीणों को जानकारी दी और उसका लाभ उठाने के लिए ग्रामीणों को प्रेरित किया।
        इस मौके पर खास तौर से गायत्री, अनीता देवी, तेजपाल सिंह, नवीन, कृष्णा, रामवीर, दिलीप, नीरज, पुलकित, अरविंद, बंटी, मनीष मुक्ति, शुभम, अजय, मोनू, गोलू, प्रशांत, रानी आदि मौजूद थे।

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