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Showing posts from June, 2018

आरक्षण की आड़ में चल रही राजनीति के विरुद्ध यूपी के हाथरस में विगुल बज गया, जुलूस निकाल ज्ञापन सौंपा

आरक्षण की आड़ में चल रही राजनीति के विरुद्ध यूपी के हाथरस में विगुल बज गया, जुलूस निकाल ज्ञापन सौंपा ज्ञापन देने से पूर्व कलेक्ट्रेट के डीएम ऑफिस के बार खड़े प्रदर्शनकारी UP Hathras 25 जून, 18। आरक्षण की आड़ में चल रही राजनीति के खिलाफ आखिरकार यूपी के हाथरस शहर में दर्जनों की संख्या में संगठन और दल एक मंच पर एकत्र हो गए। नगर पालिका में एकत्र हुए काफी संख्या में लोगों ने पहले तो पूरे शहर में शांति मार्च निकाला और बाद में डीएम को ज्ञापन सौंप आरक्षण अंकुश लगाए जाने की मांग कर प्रतिभाओं के साथ हो रही खिलवाड़ के खिलाफ जमकर भड़ास निकाली। अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा व ब्राह्मण एकता परिषद के आह्वान पर आरक्षण की आग में डीमए को ज्ञापन सौंप अपनी बात डीएम के समक्ष रखते लोग नरनारायण सेवासंस्थान के  अध्यक्ष प्रशांत शर्मा अपने सकड़ों समर्थकों के साथ नगर पालिका परिषद में जल रहे देश पर विरोध रूपी पानी डालने का कार्य कई दलों और संगठनों ने किया। बतादें कि सोमवार को सुबह करीब 9 बजे से ही सर्वजन हिताय संरक्षण समिति, अखिल भारत वर्षीय ब्राह्मण महासभा, ब्राह्मण एकता परिषद, अपना क्लब, अखिल...

आज आरक्षण के विरोध में एक मंच पर दिखाई देंगे कई दल और संस्थाएं, नगर पालिका से विशाल रैली का होगा आयोजन

 26 जनवरी 2020 आरक्षण की अवधि को रोकने के लिए एक होंगे सभी के कदम हाथरस 24 जून। आरक्षण को लेकर अब अन्य लोग लामबंद होते नजर आ रहे हैं। इसको लेकर अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा ने अन्य संगठनों के साथ पहल का विगुल फूंक दिया है। सूत्रों की माने तो यह सभी संगठन 25 जून, 18 दिन सोमवार को विरोध का पहला स्वर नगर पालिका परिषद से गुंजायमान करने जा रहे हैं।      आरक्षण हटाओ देश बचाओ के सूर को मिलाकर अब आरक्षण विरोधी मुहीम को मजबूती प्रदान करने का दौर शुरू होने जा रहा है। इसको लेकर ब्राह्मण एकता परिषद व अखिलभारतीय क्षत्रिय महासभा, हाथरस के साथ सर्वजन हिताय संरक्षण समिति, अखिल भारत वर्षीय ब्राह्मण महासभा, अपना क्लब, अखिल भारतीय उद्योग व्यापार मंडल, स्वायो, नरनारायण सेवा संस्थान, राष्ट््रवादी पार्टी आदि संगठन एक मंच लेने जा रहे हैं जिसका स्वरूप 25 जून, 18 दिन सोमवार को सुबह 9 बजे नगर पालिका परिषद में देखने मिलेगा। यहां से यह सभी संगठन एकत्र होकर नगर में भ्रमण के लिए निकलेंगे। एक विशाल रैली के रूप में निकलने वाले इन आरक्षण विरोधियों का कहना है कि आरक्षण संपूर्ण समाज के गरीबी क...

टेंपो चालक की लापरवाही बनी महाराज और राकेश की मौत का कारण, गढ़ीनंदराम से निकले थे कार्यक्रम में शामिल होने

खुशियों के लिए निकले कार सवारों को मौत के रूप में मारा छपट्टा, घटना में वृद्ध की मौत आधा दर्जन हुए जख्मी UP Hathras 21 जून, 18। खुशियों के माहौल को निकले कार सवारों पर मौत ने झपट्टा मारा। हाइवे पर मौत बनके कार में घुसी एक मैक्सीमो टेंपू की टक्कर से कार सवार एक वृद्धा की मौके पर ही मौत हो गई। जबकि छह अन्य बुरी तरह जख्मी हुए हैं। टेंपो चालक की हालत भी नाजुक बताई जा रही है। समाचार लिखे जाने तक पुलिस अपनी कर्रवाई में लगी थी। जानकारी के मुताबिक कार संख्या यूपी 86 वी 6009 में सवार होकर चले महाराज सिंह उम्र करीब 75 निवासी गढ़ीनंदराम को नहीं पता था कि बाईपास पर उनके साथ क्या होने वाला है। लोगों की माने तो जैसे ही यह लहरा बाईपास के पास पहुंचे ही थे कि सामने से आरही एक मैक्सीमो टेंपू ने बुरी तरह कार को ठोंक दिया। घटना में सात कार सवारों में से वृद्ध महाराज सिंह की तो मौके पर ही मौत हो गई। जबकि राकेश कुमार उम्र करीब 45 ने उपचार के दौरान दम तोड़ दिया।  जबकि चालक संजू चौधरी व योगेश सहित छह लोग बुरी तरह जख्मी हो गए। सभी को उपचार के लिए भिजवाया गया है। जबकि टेंपो चालक की भी शरीर की कई हड्डि...

करोगे योग रहोगे निरोगःबासदेव माहौर

-योग दिवस के मौके पर शिक्षाविद् पं.गुलाब सिंह ने सिखाए योग के गुरु कार्यक्रम को संबोधित करते वरिष्ठ भाजपा नेता बासदेव माहौर UP Hathras 21 जून, 18। योग हमेशा निरोगता की ओर ले जाता है। जीवन में जितना जरूरी और कार्य हैं उतना ही योग महत्व रखता है। जो योग पर ध्यान नहीं देते वह शारीरिक दुर्बलता के शिकार होते हैं और निरोगता के स्थान पर उनको रोग हमला कर देते हैं और फिर वह काफी समय तक दवाओं, दुआओं और डॉक्टरों के ऊपर निर्भर रहते हैं, लेकिन अंतिम लाभ और सदैव निरोग रहने का एक उचित और सरल माध्यम योग ही है। यह उद्गार वरिष्ठ भाजना नेता वासुदेव माहौर व उनकी धर्मपत्नी व पूर्व नगरपालिका योगे का महत्व बताते वरिष्ठ शिक्षाविद् पं.गुलाब सिंह योगा करते वरिष्ठ डायरेक्टसैलर विकास वार्ष्णेय अध्यक्ष रहीं श्रीमती डौली माहौर ने बतौर मुख्य अतिथि सेक्सरिया स्कूल में अंतराष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर व्यक्त किए। इस मौके पर सरस्वती इंटर के पूर्व सैन्यविज्ञान प्रमुख गुलाब सिंह ने योग के गुरु उपस्थितजनों को सिखाए और योग के संबंध में बारीक जानकारियां भी लोगों को उपलब्ध कराई। उन्होंने बताया कि योग ही अ...

वर्तमान और भविष्य का बिजनेस है नेटवर्क मार्केटिंग

क्या नेटवर्क मार्केटिंग को करियर के तौर पर लिया जा सकता है ? नेटवर्क मांर्केटिंग एक ऐसा कारियर है जिसमें पैसा लगाने की  आवश्यकता नहीं, लेकिन करोड से आगे भी जा सकते हैं आप आज कि जिंदगी में किसी भी व्यक्ति के लिए करियर सबसे बड़ा सवाल है जब करियर के लिए फ़ैसला लेने कि बात आती है तो हमारे दिमाग में कई तरह के विकल्प आते हैं , जन्म से लेकर आज तक हमने सिर्फ़ और सिर्फ़ नौकरी, बिजनेस या प्रोफेशन, इस माध्यमों को ही करियर के तौर पर देखा है, सब लोग इन्हीं माध्यमों से चुनने का सुझाव देते हैं, मेरे खयाल से ऐसे में हमारी ऊँची महत्वकंशा, ऊँचे सपने और स्वतंत्रता छिन जाती है, ईश्वर का दिया हुआ नायाब तरीका मल्टी लेवल मार्केटिंग एक ऐसा माध्यम है जिसमे सीमित धन और इच्छा अनुसार समय लगा कर असीमित धन, स्वतंत्रता और मान सम्मान, मर्यादा पाई जा सकती है, आधुनिक युग में हमारे बहुत से लीडर्स ने यह सिद्धकर दिया है कि इस इंडस्ट्री का मेह्त्व अन्य Industries कि अपेक्षा बहुत ज्यादा है, जिंदगी भर कि पढाई और तमाम पूँजी लगाकर जो उपलब्धि, खुशी, शक्ति स्वतंत्रता नही मिलती वह आज मल्टी लेवल मार्केटिंग म...

हनुमान जी ने भी लिखा था रामचरित मानसः गौरांगजी महाराज

‘‘तेहि अवसर एक तापसु आवा। तेजपुंज लघुबयस सुहावा।। कबि अलखित गति बेषु बिरागी। मन क्रम बचन राम अनुरागी।।’’ कथा समापन के दौरान ब्रज बरसाना यात्रा मंडल के प्रमुख मा .कैलाशचंद्र जी कलंगी पहना कर व्यास का स्वागत करते हुए UP Hathras  13 जून, 18। रामचिरत मानस के लेखक महावीर हनुमान जी भी हैं। हनुमान जी ने भी रामचिरत मानस में अपना लेखन किया है। अर्थात एक वक्त ऐसा भी आया था जब गोस्वामी तुलसीदास तो चरित्र में कूद गए थे और रामचरित मानस का लेखन न रुके इसलिए वह कार्य तत्काल हनुमान जी ने संभाल लिया था। चूंकि गुंसाईबाबा तो प्रभु के चरित्र में कूद गए थे तो रामचिरत का कार्य रुक जाता। यह मार्मिक ज्ञान कथा व्यास गौरांगजी कथा प्रवचन सुनते भक्तजन महाराज ने 8 दिवसीय श्री भक्तमाल कथा के दौरान अंतिम क्षणों में श्रद्धालुओं को श्रवण कराया। व्यास जी ने बताया कि गुंसाईबाबा ने बचपन में कभी गुरुजी के मुख से रामायण की कथा सुनी थी वह भी धुंधली सी याद थी। क्या ऐसी स्थिति में श्री रामचरित मानस का लेखन कोई चमत्कार था। जी हां! क्योंकि जो वह देख रहे थे वही लिख रहे थे। साक्षात प्रभु चरित को गुसांईबाब...

श्रीराम की जन्म स्थली पर रचित हुआ था ‘‘रामचरितमानस’’

-महाग्रन्थ के प्रथम दिन वही तिथि और नक्षत्र थे जो श्री राम जन्म पर एकत्र हुए थे और सीताराम विवाह पंचमी को रामचिरत मानस महाग्रन्थ संपूर्ण हुआ था भक्तमाल की कथा दौरान भक्तजनों को कथाओं का मार्मिक वर्णन करते आचार्य गौरांगजी महाराज UP Hathras 12 जून, 18।   ‘‘गावत बेद पुरान अष्टदस। छहो सास्त्र सब ग्रन्थन को रस।। मुनि जन धन संतन को सरबस। सार अंस संमत सबही की।।’’ आरति श्री रामायन जी की। अर्थात सभी ग्रन्थों का रस कहे जाने वाले महाकाव्य श्रीरामचरित मानस प्रथम दिन प्रथम अक्षर, प्रथम शब्द, प्रथम वाक्य, प्रथम दोहा, प्रथम चैपाई अर्थात शुभारंभ श्री रामनवमीं के दिन हुआ था। जबकि यह महाग्रन्थ श्री सीताराम विवाह पंचमी को संपन्न हुआ था। श्रीरामचरित मानस की मर्मज्ञता में जाते हुए भक्तमाल की कथा के दौरान आचार्य श्रीगौरांगजी महाराज भक्तमाल की कथा में प्रवचन सुनते भक्तजन ने श्रीराम दरबार मंदिर में कहा कि जब काशी में महाकवि तुलसी बाबा ने रामायण लेखन का कार्य शुरू किया। प्रथम दिन जब उन्होंने अपनी पौथी संभाल कर रखी तो दूसरे दिन वह गायब हो गई। इसी प्रकार लगातार सात दिन उनकी पौथी गा...

‘‘चित्रकूट के घाट पर भई संतन की भीड़। तुलसीदास चंदन घिसत और तिलक लैत रघुवीर।।’’

हनुमान जी की कृपा से गुसांई बाबा को चित्रकूट के घाट पर प्रभु के दर्शन होते हैंःगौरांग जी महाराज UP Hathras11 जून, 18। चित्रकूट का घट है और गोस्वामी बाबा पथर की एक सिला पर चंदन घिर रहे हैं। कथा प्रवचन करते व्यासपीठ गौरांग जी महाराज इंतजार कर रहे हैं कि कब उनके स्वामी आएंगे और मिलन होगा। अचानक वहां पर दो सुकुमार आते हैं और तुलसीदास से चंदन की मांग करते हैं, लेकिन प्रभु मिलन की आस में वह दोनों ही सुकुमारों से चंदन की मना करते हैं। महावीर जो देख रहे थे पहचान गए कि अभी भी तुलसीदास स्वामी को नहीं पहचान रहे। श्री रामदबार मंदिर में चल रही भक्तमाल कथा श्रवण करते श्रद्धालुजन कथा श्रवण करते बैंक अधिकारी कथा के दौरान आचार्य गौरांग जी महाराज इस मार्मिक प्रसंग का वर्णन करते हुए कहा कि कहीं फिर से तुलसीदास प्रभु दर्शन से न चूक जाएं। इसलिए पेड़ की एक डाल पर तोते का रूप धर कर हनुमान जी कथा श्रवण करते सेवानिवृत्त रोडवेज अधिकारी कहते हैं ‘‘चित्रकूट के घाट पर भई संतन की भीड़। तुलसीदास चंदन घिसत और तिलक लैत रघुवीर।।’’ यह दोहा सुनते ही गोस्वामी तुलसीदास का ज्ञानतंत्र जाग्रित हुआ। ध...

हनुमान जी सर्वश्रेष्ठ कथा श्रवणायक हैंः गौरांग जी महाराज

हनुमान जी सर्वश्रेष्ठ कथा श्रवणायक हैंः गौरांग जी महाराज कथा प्रवचन करते हुए आचार्य गौरांग जी महाराज और साथ हैं। कथा रसिक पं.सुनीलदत्त रावत UP Hathras10 जून, 18। ‘‘प्रभु का मान भले ही चला जाए पर भक्त का मान न जाते देखा’’ यह सत्य है। प्रभु को आपने मान की चिंता नहीं है, लेकिन वह अपने किसी भी भक्त अपमान बर्दाश्त नहीं करते। जब भद्रीनाथ यात्रा से गोस्वामी तुलसीदास जी महाराज लौट रहे थे तो उदंडी बालक द्वारा उन पर किए गए पत्थर प्रहार से जब उनके चोट लगी और आंखे खुली तो वहीं पर बालक भस्म हो गया।                            कथा श्रवण करते भक्तजन यह कथा प्रवचन तालाब चौराहे स्थित श्री रामदरबार मंदिर में चल रही भक्तिमाल कथा के दौरान व्यास पीठ से बोलते हुए आचार्य गौरांग जी महाराज ने व्यक्त किए। उन्होंने बताया कि गुंसाई बाबा तो सांत यानि संतों में भी संत थे। जब पत्नी रत्नावली से ज्ञाप प्राप्त हुआ तो उन्होंने प्रभु में लगन लगाई। प्रभु के धाम से लौटते वक्त कुछ बच्चों ने उनको परेशान करना शुरू कर दिया। एक बच्चा तो इतना उद...

‘‘साधु अवज्ञा का फल लैही, जलहि नगर अनाकर जैसा’’ : गौरांगजी

गोस्वामी कृत सिद्ध हनुमान चालीसा का सौ बार पाठ करने से दुख, दालिद्र आदि सभी कष्टों से मुक्त हो प्रभुभक्ति का मार्ग सुलभ होता है वाइव न्यूज नेटवर्क UP Hathras 08 जून, 18। ‘‘रामदुआरे तुम रखवारे, होत न आज्ञा बिन पैसारे। सब सुख लहै तुम्हारी सरना, मथुरा धाम निवासी कथा प्रवचन करते गौरांग जी महाराज तुम रक्षक काहू को डर ना।’’ गोस्वामी तुलसीदास कृत श्री हनुमान चालीसा की यह सिद्ध चौपाई के जाप से ही हमें सद्मार्ग की प्राप्ति हो गई। उस महान श्रीरामदास यानि श्री रामभक्त श्री गोस्वामी तुलसीदास जी महाराज द्वारा सिद्ध हनुमान चालीसा का जो सत यानि सौ बार पाठ करेगा, वह धनधान्य से कभी दुखी नहीं रहेगा। उसके सारे कार्य स्वतः ही सिद्ध हो जाएंगे। रामदरबार तालाब चौक पर कथा प्रवचन सुनते श्रद्धालु भक्तजन भक्तिमाली की कथा के चतुर्थ दिवस यानि शुक्रवार को मार्मिक कथाओं के वर्णन में मथुरा निवासी कथाव्यास गौरांगजी महाराज ने यहां पर तालाब चौक श्री रामदरबार मंदिर में आयोजित कथा को श्रवण कराते हुए व्यक्त किए। उन्होंने गुसांई बाबा के जीवन चरित्र पर प्रकाशडालते हुए कहा कि जब उनके गुरुदेव स्वर्ग सिधारे तो...

हे कृष्ण मुझे दुख दो ताकि तुम्हारी याद न बिसरेःगौरांग जी

हे कृष्ण मुझे दुख दो ताकि तुम्हारी याद न बिसरेःगौरांग जी कथा प्रवचन करते हुए गौरांगजी महाराज UP Hathras 08 जून, 18 । हे कृष्ण मुझे जिनते हो सके कष्ट दे देना। जब-जब कष्ट आते हैं, तब-तब तुम्हारी कृपा होती है। दर्शन होते हैं। सुख का क्षणिक मात्र भी आ जाए तो प्रभु से लगन छूट जाती है। इसलिए कष्ट आएंगे तो हे कृष्ण तुम याद आओगे और हमारे उद्धार का मार्ग खोल जाओगे। भक्तिमाल की चल रही मार्मिक कथा का यह मार्मिक प्रसंग हाथरस के श्री राम दरबार मंदिर तालाब चौराहे पर बड़ा ही चर्चित रहा। कथा व्यास श्रद्धेय गौरांग जी महाराज का इस प्रसंग को भावविभोकर होकर कहना मानों सोने में सुहागा जैसा प्रतीत हो रहा कथा प्रवचन के बाद भक्तिमाल शास्त्र की आरती उतारते पंकज गुप्ता था। ऐसा लग रहा था मानो गुरुवार को साक्षात गुरु ब्रहस्पति ही शिष्यों पर कृपा कर रहे हों। प्रसंग की मार्मिकता तो देखों साक्षात तीनों त्रिलोक के स्वामी सामने हों और वह स्वयं भक्त से कहें कि मांगो क्या चाहते हो। मांगने वाला तो न जाने क्या क्या न मांग बैठे, लेकिन कुंती जो आज भी आध्यात्मिकता के क्षेत्र में स्वयं एक प्रसंग है। क्योंकि उनक...

हर भक्त का असली नाम तो ‘‘रामदास’’ हैः गौरांग जी महाराज

रामचरित मानस के मूल वक्ता भोलेनाथ ही हैं जिन्होंने सौ करोड़ तरह से रामचरित मानस का मंथन किया है वाइव न्यूज नेटवर्क भक्तिमाल की कथाओं का मार्मिक वर्णन करते हुए गौरांगजी महाराज गौरांगजी UP Hathras 06 June, 18। गोस्वामी बाबा कहते हैं कि मेरा असली नाम तो ‘‘रामदास’’ है। मेरा ही नहीं हर व्यक्ति का असली नाम ‘‘रामदास’’ ही है। रामचरित्र के मर्मज्ञ अगर होई हैं तो वह है श्री भोलेनाथ जी महाराज। वास्तव में रामचरित मानस के मूल वक्ता शंकर जी ही है। उन्होंने सौ करोड़ तरीके से राम के चरित्र का मंथन किया है। यह उद्गार प्रभुचरणानुरागी आचार्य गौरांग जी महाराज ने ब्रज बरसाना यात्रा मंडल और श्री दरबार प्रभात फेरी के संयुक्त तत्वावधान में चल रही श्री भक्तिमाल की कथा के मौके पर द्वतीय दिन बुधवार को श्री राम दरबार में व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि जो शास्त्रनुसार अपने जीवन को ढालता है उसको वैसा ही प्रतिफल भी मिलता है। एक छेपक के दौरान कथा श्रवण कराते हुए गौरांग जी महाराज ने कहा कि कथा के दौरान पंड़ित जी ने कहा कि शास्त्र ऐसा कहते हैं कि रविवार को बैंगन नहीं खाने चाहिए। व्यासपीठ के वाक्यों को शिर...

भक्तों की कथाओं को स्वयं भगवान सुनने आते हैंः गौरांग जी

‘‘बिनु सत्संग विवेक न होई। रामकृपा बिनु सुलभ न सोई।।’’ श्रद्धेय आचाय गौरांगजी महाराज को ब्रज बरसाना यात्रा मंडल के प्रमुख मा.कैलाशचंद्र वार्ष्णेय माल्यार्पण करते हुए UP Hathras 05 June, 18। गुसांई बाबा ने कहा है कि मातापिता बच्चों को उदरपूर्ति के लिए प्रेरित करते हैं। कौन से ऐसे मातापिता हैं जो अपने बच्चों को कहते हैं जा कथाश्रवण कर, जा प्रभु कहा वहां सत्संग हो रहा है, वहां पर जाकर सत्संग का लाभ ले। जबकि प्रभु प्राप्ति के बाद भी अनवरत भक्ति जारी रहनी चाहिए। भक्ति का सीधा संबंध सत्संग अर्थात सत संगत से ही प्राप्त होता है। पं.सुनीलदत्त रावत भक्तिमाल की कथा श्रवण करते हुए यह भक्ति उद्गार श्रद्धेय आचार्य श्री गौरांगजी महाराज ने पुरषोत्तम मास के मौके पर श्री ब्रज बरसाना यात्रा मंडल व श्री राम दरबार प्रभत फेरी मंडल के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित भक्तिमाल कथा के प्रथम दिन भक्तश्रोताओं को कथा का श्रवण कराते हुए व्यक्त किए। इस से पूर्व कथा में मुख्य यजमान मनोज बूटिया ने कथा व्यास गौरांगजी महाराज व भक्तिमाल शास्त्र का पूजन-अर्चन किया। ब्रज बरसाना यात्रा मंडल के प्रमुख मा. कैलाश...

भक्तिमाल की कथाओं में भक्ति और भाव का होगा मार्मिक संगम

भक्तिमाल की कथाओं में भक्ति और भाव का होगा मार्मिक संगम हाथरस 01 जून। भक्ति और भक्त की तारतम्यता से सराबोर कथाओं के पुरोधा श्रद्धेय आचार्य गौरांग जी महाराज के श्रीमुख से भक्तमाल की कथाओं का मार्मिक वर्णन फिर से एक बार सुनने का अवसर प्राप्त होने जा रहा है। कथाओं में भक्ति से सराबार भक्तों के चरित्रों के मार्मिक वर्णन से परिपूर्ण कथाओं के रसास्वादन के लिए क्षेत्र और नगर की समस्त भक्तिप्रेमी जनताजनार्दन से सादर विनम्र आग्रह है। कथा श्रवण के लिए आप स्वयं, इष्ठमित्रों व परिवार और परिकर सहित पधाकर पुरुषोत्तम मास में कथाश्रवण का पुण्यलाभ प्राप्त करें। यह अनुरोध ब्रजबरसाना यात्रा मंडल की हुई एक प्रेसवार्ता के दौरान श्रीराम दरबार प्रभात फेरी मंडल व ब्रज श्री दाऊजी व माता रेवती दर्शन गुड़िहाई बाजार, हाथरस उत्तर प्रदेश बरसाना यात्रा मंडल के सदस्यों से संयुक्त रूप से की है। वार्ता में जानकारी दी गई कि कथा 05 जून से आरंभ होकर 11 जून तक अनवर चलेगी। कथा श्रवण का वक्त सायं 7 से रात 10 बजे तक रहेगा। इस दौरान प्रभु के नैनाभिराम दर्शनों का भल भी भक्तों को प्राप्त होगा। इस मौके पर कार्यक्...