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Showing posts from March, 2020

रथयात्रा के इतिहास को कोरोना का कलंक, नहीं निकलेगी मूंछों वालों की 138 वीं यात्रा

रथयात्रा के इतिहास को कोरोना का कलंक -काका की नगरी में दो अपै्रल को निकाली जानी थी 138 वीं श्रीराम नवमीं तिमंजला रथयात्रा -1882 में हुआ था वृंदावन की तर्ज पर तिमंजला रथयात्रा का शुभारंभ -बड़ा ही रोचक इतिहास था बैनीराम परिवार और रथयात्रा महोत्सव का संजय दीक्षित  विगत वर्ष निकाली गई तिमंजिला रथयात्रा फाइल चित्र हाथरस। चाकू की चमक और हींग की हनक के अलावा पद्श्री काका हास्य के आका और आशुकविता के पुरोधा निर्भय हाथरसी के नाम से पहचाने जाने वाला शहर ‘हाथरस’ रथ यात्रा के इतिहास का भी गवाह है। तिमंजिला रथ यात्रा के इतिहास में मूंछों वाले राम की यात्रा दो अप्रैल को अपना 138 वां चक्र दौहराने वाली थी, लेकिन अब कोरोना के दंश के चलते यह चक्र कल टूट जाएगा।  ब्रज की द्वार देहरी कहे जाने वाली हींग की नगरी ‘हाथरस’ कोरोना के चलते ‘‘मूंछों वालों की यात्रा’’ अपने 138 वें चक्र में प्रवेश नहीं कर पाएगी। हालांकि हाथरस की पहचान विश्व बाजार में चाकू, हींग और रंग-गुलाल के अलावा, हास्य, व्यंग्य, ओज की फंहार के साथ-साथ बैनीराम परिवार से निकलने वाली तिमंजिला रथयात्रा से भी है। 1882 मे...

कैसे पाएं नोवेल कोरेना वायरस से निजात ? आइए जाने

कैसे पाएं नोवेल कोरेना वायरस से निजात ? आइए जाने -यह एक वायरस बम है और एक समय सीमा तक बहुत ज्यादा प्रभावी रहता है -ईमानदारी से 21 के लाॅकडाउन करें पालन तो कमजोर पड़ जाएगा कोरोना हाथरस। क्या है नोवल कोरोना वायरस ? चीन ने कैसे पाया नोवल केरोना पर काबू ? कैसे पा सकते हैं हम इस पर काबू ? क्या-क्या बरतनी चाहिए हमें सावधानियां ? आदि बातों को यदि आप जरूरी समझते हैं तो आइए चलते हैं आगे और जानते हैं नोवल केरोना वायरस के संबंध में। क्या है नोवल केरोना वायरस ? जहां तक हम नोवल केरोना वायरस की बात करें तो पहले यह वायरस है क्या ? और कैसे इसका जन्म हुआ इस पर भी प्रकाश डालना अति आवश्यक है। अब तक जो सूत्र हमको नोवल कोरोना वायरस के जहन तक ले जा पाए हैं यदि उन पर विश्वास करें तो यह कोई प्राकृतिक वायरस नहीं है। बल्कि चीन के एक केरोना नामक वैज्ञानिक का कमाल है। जानकारी हुई कि यह वैज्ञानिक अब इस दुनियां में नहीं है। उसने इस वायरस को बतौर बम के रूप में दुश्मनों पर प्रयोग करने के लिए तैयार किया था। घटना के मूल में जाएं तो जिस लैब में यह जानकारी रखी गई थी उसी लैब में एक नवोदित चीनी वैज्ञान...

घर से बाहर निकलते ही आप बन जाएंगे वायरस बम, फिर क्या होगा जाने ?

क्या आप जानते हैं ????? आप वायरस बम बनने जा रहे हैं हाथरस।  जो व्यक्ति अपने घर से बाहर रोड़ पर घुम रहा है वह व्यक्ति कुछ ही देर में कोरोना वायरस से ग्रस्त होकर स्वयं कोरोना वायरस बम के रूप में तैयार हो जाएगा और फिर वह व्यक्ति अपने घर में जायेगा तो सबसे पहले अपने माता-पिता, पत्नी, बच्चों, भाई, बहन व परिवार के अन्य सदस्यों को कोरोना वायरस बम में बदल कर उन्हें मरने के लिए मजबूर कर देगा। 🤮🤮🤮🤮🤮🤮🤮🤮 फिर  वह व्यक्ति विशेष व उसके परिवार वाले सब मिलकर अपने आसपास मोहल्ले वालों यार दोस्तों  अड़ोस-पड़ोस वालों को भी कोरोना वायरस बम में बदल कर उन्हें भी  मरने के लिए मजबूर कर देगा। 😱😱😱😱😱😱😱😱 फिर वह व्यक्ति विशेष , उसके परिवार वाले, मोहल्ले वाले सभी मिलकर अपने गांव, कस्बे, शहर में रहने वाले लोगों को कोरोना वायरस बम में बदल कर मरने के लिए मजबूर कर देंगे। 😟😟😟😟😟😟😟😟 फिर वह व्यक्ति विशेष व उसके परिवार वाले, मोहल्ले वाले गांव कस्बे शहर वाले सब मिलकर अपने राज्य व देश के रहने वाले लोगों को कोरोना वायरस बम में बदल कर सभी को मरने के लिए मजबूर कर दें...

घर से न निकलें बरना पड़ जाएंगे मुसीबत में, प्रशासन सख्ती के मूंड में

मुख्य बाजारों में पालन, आउट ऐरिया में हल्के में लिए लाॅकडाउन -डीएम, एसपी ने कस्बों में पहुंचकर की प्रशासन के सहयोग की अपील -कोतवाली निरीक्षक ने सादाबाद गेट पर हिदायत देकर कराया बाजार बंद मुरसान के एक बाजार में डीएम प्रवीण कुमार लक्षयकार व एसपी गौरव बंसवाल पुलिस बल के साथ हाथरस। भले ही प्रशासन के तेवर सख्त रहे और व्यवहार सोफ्ट मूड़ में रहा, लेकिन कुछ को छोड़कर ज्यादातर जनता ने लाॅकडउन को गंभीता से लिया। सही है ! मगर सच है कि जो ‘‘कुछ’’ में आते हैं वह सारी व्यवस्थाओं पर पानी फेर रहे हैं। इस सत्य से मुंह नहीं छिपाया जा सकता। इसके लिए प्रशासन ने अपने तेवर और सख्त कर दिए हैं। अब बृहस्पतिवार को केवल सुबह 7 से 11 बजे तक ही बाजार की आवश्यक दुकानें खुलेंगी। जबकि शाम को बाजार नहीं खुलेगा। विदित हो कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र भाई मोदी ने पूरे देश को 21 दिन के लाॅकडाउन की बुधवार 24 मार्च को घोषणा की थी। जिसके चलते ब्रज की द्वार देहरी में निकलने वाली 41 वर्ष पुरानी भगवान श्री परशुराम जी महाराज की शोभायात्रा भी स्थगित कर दी गई और पूरी तरह से बाजार बंद नजर आए, लेकिन जो कोरोना वायरस ...

सोशल मीडिया पर भ्रामक सूचना डालने वाले, आगे बढ़ाने और एडमिन के खिलाफ भी सख्त धाराओं में रिपोर्ट

सोशल मीडिया पर भ्रामक सूचना डालने वाले, आगे बढ़ाने और एडमिन के खिलाफ भी सख्त धाराओं में रिपोर्ट  एसपी गौरव बंसवाल हाथरस। गलत अफवाह न फैलाएं। आप जो भी सूचना और जानकारी सोशल मीडिया पर डालते हैं, उसके पुख्ता सबूत होने चाहिए। अगर आप सूचना अपलोड करने के बाद आपकी कोई भी सुनवाई बेकार होगी। यह ही नहीं सूचना देने वाले और उसको आगे बढ़ाने वाले के साथ-साथ गु्रप एडमीन के खिलाफ भी सख्त धाराओं में कार्रवाई होगी। इसलिए आप अपील है कि आप पुलिस और प्रशासन का सहयोग करें और भ्रामक खबरें न फैलाएं। यह कहना है पुलिस अधीक्षक गौरव बंसवाल का। उन्होंने जिले की जनता से जागरूकता के साथ इस गठिन वक्त में देश और समाज के लिए अपने योगदान की मांग की है। उनका कहना है कि आप जल्दबाजी में कोई भी सूचना सोशल मीडिया पर डालते हैं और उससे कोई गलत संदेश जाता है तो लोगों में तरह-तरह की भ्रांतियां फैलती है। इसलिए आप अपने-अपने घरों में सुरक्षित रहें। सरकार की ओर से अभी 21 दिन का लाॅकडाउन का आदेश है और यह आदेश आपके खुद की सुरक्षा के लिए है। इसलिए पुलिस और प्रशासन के कार्य में सहयोग करें। अन्यथा आपके द्वारा कोई भी नादान...

कोरोना ने बदला विप्रों का 41 वर्ष पुराना इतिहास, यात्रा अक्षय तृतीया को

25 मार्च को सिर्फ नवसंवत की पूजा होगी वह भी अपने-अपने घरों पर  -जबकि अक्षय तृतीय को नगर में धूम मचाएगी परशुराम शोभायात्रा -परशुराम जी महाराज शोभायात्रा अध्यक्ष रविरंजन द्विवेदी एडवोकेट हाथरस। नोवल कोरोना वायरस के चलते 41 वर्ष पुराना इतिहास बदलने जा रहा है। कयोंकि विप्र समाज द्वारा 25 मार्च को निकाले जाने वाली भगवान श्री परशुराम जी 42 वीं शोभायात्रा अब स्थिगित हो गई है। हालात संभलने पर इसके लिए दूसरी तिथि तय की जा सकती है। यह कहना है कि 42 वीं शोभायात्रा के लिए बतौर अध्यक्ष चुने गए वरिष्ठ अधिवक्ता रविरंजन द्विवेदी का। उन्होंने बताया कि मुझे इस बार का कष्ठ हो रहा है कि भगवान श्री परशुराम जी की शोभायात्रा स्थिगत करनी पड़ रही है, लेकिन जो महामारी हमारे पड़ोसी देश ने पूरे विश्व को दी है। पहले उससे सुरक्षा जरूरी है। भले ही यात्रा दिन और समय बदल जाय, लेकिन देश में कोई जनहानी नहीं होनी चाहिए। यह वक्त देश और समाज के साथ एकजुट रहने का है और देश के सर्वोच्च नेतृत्व के साथ चलने का है। घरों से न निकलें,  लगतार हाथों को धोते रहें, मुंह पर मास्क का प्रयोग करें ळालांकि ...

देश हित में न निकलें घरों से बाहर: योगी आदित्यनाथ

तीसरी स्टेज हो सकती है खतरनाक, जाने क्या है कोरोना की प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्टेज -नादानी न बरतें, आपकी और अपनों की सुरक्षा के लिए पढ़ें और पढ़ाएं -सर्वोत्तम उपाय घर पर ही रुकें न निकलें और न किसी को निकलने दें हाथरस। यह तो सभी को पता है कि नोवल कोराना वायरस एक भयंकर जानलेवा वायरस है। इसको लेकर यूपी के अलीगढ़ व आगरा सहित 15 जिलों को लाॅकडाउन किया गया था, लेकिन मुख्यमंत्री जी ने अब पूरे प्रदेश में 25 से 27 मार्च 2020 तक लाॅकडउन की घोषणा की है। क्योंकि इस भयंकर वायरस से निजात पाने का बस लाॅकडाउन ही एक मात्र निदान है। यह वायरस खासकर विदेश से आए लोगों से फेल रहा है। चिंता का विषय है कि हाथरस भी इससे अछूता नहीं है क्योंकि यहां पर भी कहीं न कहीं किसी न किसी तरह से लोग आगरा-अलीगढ़ के संपर्क में हैं। किसी भी तरह की लापरवाही लोगों की जानके लिए सबब बन सकती है। बेहद सतर्कता ही इससे बचाव का प्रथम उपचार हैः- अगर कोई भी व्यक्ति पाॅजीटिव पाया जाता है तो उसको तत्काल आईसोलेशन वार्ड में सिफ्ट कर दिया जाए। यहां पर ही प्रथम स्टेज में ही नोवल कोरोना वायरस परास्त हो जाएगा। लेकिन फिर भी कुछ ...

जमीन की जंग में मौत के बाद व्यापारी की यमुना घाट पर अंत्येष्ठी

जमीन की जंग में मौत के बाद व्यापारी की यमुना घाट पर अंत्येष्ठी -भूमाफिया आए सोफ्ट मोड़ में, चर्चाओं में निरीक्षक और मुंशी का नाम तैरा मृतक जितेंद्र टालीवाल का फाइल चित्र हाथरस। जमीन की जंग में भूमाफियाओं द्वारा खेली गई कवड्डी कहीं वर्दी के लिए सिदर्द न बन जाए। क्योंकि पाला अब उल्टा पड़ सकता है। इस पलटवार में आकर निरीक्षक और मुंशी पर मुसीबत आती दिखाई दे रही हैं। सदमे में हुई जितेंद्र की मौत अब लोगों की चर्चाअें आम हो गई हैं। हालांकि इस मामले में अभी तक कोई कार्रवाई की अपडेट नहीं है। लालवाला पेच की जमीन पर चल रही जंग में फिलहाल भूमाफियाओं ने उल्टी गिनती शुरू कर दी है। सूत्रों की माने तो हालात ज्यादा न बिगड़ें इसलिए वह पीड़ित परिवार को साधने और अपनी उल निरीक्षक और मुंशी पर डालते दिखाई दे रहे हैं। सूत्र यह भी बताते हैं, कि फिलहाल पारिकारिक विवाद में समझौता हो रहा है। साथ ही भूमाफियाओं का जो ऊपरी दबाव था वह भी कम है। इधर सूत्रों सपोर्ट से यह भी निकल कर सामने आया है कि निरीक्षक भी अपने बचाव में सक्षम सपोर्ट तैयार कर रहे हैं, लेकिन अगर निरीक्षक भी अपने आपको बचाने में सफल रहे तो बैचा...

न्यायालय पर हावी रहा कोरोना का कोप

न्यायालय पर हावी रहा कोरोना का कोप -केवल अर्जेंट वर्क ही हुआ न्यायालयों में  न्यायालय परिसर में पसरा सन्नाटा हाथरस। कोरोना के कोप के चलते बुधवार को दूसरे दिन भी न्यायालय परिसर में सन्नाटा पसरा रहा। मात्र अर्जेंट न्यायिक कार्य को छोड़ कर न्यायालयों में प्रवेश भी वर्जित रहा। अधिवक्ताओं ने ही न्यायालयों में पहुंचकर आवश्यक वर्क किया और पूरे दिन न्यायालय परिसर में सन्नाटा पसरा रहा। विदित हो कि कोरोना के कोप के चलते हाईकोर्ट प्रशासन ने मंगलवार को सख्त निर्देश जारी किए थे कि जिला एवं सत्र न्यायालयों पर मंगलवार 16 से 21 मार्च तक आवश्यक कार्यों को ही प्रमुखता दी जाए। जबकि स्वच्छता और सफाई के लिए खासतौर पर ध्यान रखा जाए। इसके लिए जिला मजिस्ट्रेट, अन्य प्रशासनिक अधिकारियों के अलावा सीएमओ/सीएमएस की मदद से न्यायालय में प्रवेश करने वाले सभी व्यक्तियों की थर्मल स्कैचिंग जांच होनी चाहिए। जिसके चलते बुधवार को जिला एवं सत्र न्यायालय के सभी कोर्टों में और कार्यालयों में सतर्कता वरती गई। जबकि बार की ओर से जिलाध्यक्ष लक्ष्मीकांत सारस्वत के निर्देश पर एक प्रतिनिधि मंडल ने जिला जज...

कोरोना का बचाव ही सबसे बड़ा उपचार: अधिवक्ता देवेश

कोरोना का बचाव ही सबसे बड़ा उपचार: अधिवक्ता देवेश -सुमंगला योजना बच्चों के लिए सरकार की एक सौगात कोरोना वायरस कोई आज नया वायरस नहीं है। यह पहले से ही मौजूद है। यह चढ़ते और उतरते मौसम में प्रभावी होता है। खासतौर से इसका प्रथम उपचार तो इसका बचाव ही है। जिसमें हर व्यक्ति से चट न हों, मुंह पर माॅस्क का प्रयोग करें और दिन में ज्यादातर हाथों को पानी से धोने के आदत डालें।         प्राथमिक विद्यालय में अधिवक्ता देवेश दीक्षित कोरोना वायरस से बचाव और सुंगला योजना की जानकारी देते हुए यह उद्गार अधिवक्ता व मीडिया प्रभारी डिस्ट्रिक्ट बार एसोसिएशन, हाथरस ने बतौर जागरूक पहरी के रूप में कस्बा हाथरस जंक्शन के गांव हाजीपुर स्थित प्राथमिक विद्यालय में बच्चों को दिए। जिसमें खासतौर से आगनवाडी कार्यकत्री अंजना कुमारी भी मौजूद रहीं और उन्होंने भी बच्चों को कोराना वायरस के संबंध में जानकारी देते हुए बचाव को ही इसका उचित उपचार बताया। इस मौके पर अधिवक्ता देवेश दीक्षित ने बताया कि यह वायरस पहले चीन में फेला और वहां से आने वाले लोगों के साथ यह अन्यत्र देशों की ओर भी निकल चुका है। हाल...

बो मेरा बचपन लौटादे मुझे कोई: रजत उपाध्याय

वह बचपन के दिन ,वह पुरानी यादें जीवन मे कभी पुनः  आ सकती है क्या ?  तब कितने मस्त थे आज कितने व्यस्त है। वह लौटा दे मुझको बचपन का जीवन  साइकिल यात्रा सहपऊ (हाथरस)। हमारे जमाने में साइकिल तीन चरणों में सीखी जाती थी, पहला चरण कैंची और दूसरा चरण डंडा तीसरा चरण गद्दी तब साइकिल चलाना इतना आसान नहीं था क्योंकि तब घर में साइकिल बस पापा या चाचा चलाया करते थे.  तब साइकिल की ऊंचाई 24 इंच हुआ करती थी जो खड़े होने पर हमारे कंधे के बराबर आती थी ऐसी साइकिल से गद्दी चलाना मुनासिब नहीं होता था। "कैंची" वो कला होती थी जहां हम साइकिल के फ़्रेम में बने त्रिकोण के बीच घुस कर दोनो पैरों को दोनो पैडल पर रख कर चलाते थे और जब हम ऐसे चलाते थे तो अपना सीना तान कर टेढ़ा होकर हैंडिल के पीछे से चेहरा बाहर निकाल लेते थे, और "क्लींङ क्लींङ" करके घंटी इसलिए बजाते थे ताकी लोग बाग़ देख सकें की लड़का साईकिल दौड़ा रहा है । आज की पीढ़ी इस "एडवेंचर" से महरूम है उन्हे नही पता की आठ दस साल की उमर में 24 इंच की साइकिल चलाना "जहाज" उड़ाने जैसा होता था। हमने ना जाने कितने ...

कोराना एलर्टः-न्यायालय पर स्वास्थ्य विभाग की नजर में होकर गुजरेगा हर व्यक्ति

न्यायालय पर स्वास्थ्य विभाग की नजर में होकर गुजरेगा हर व्यक्ति -न्यायिक अधिकारियों से मिला अधिवक्ताओं का प्रतिनिधि मंडल न्यायिक अधिकारियों से मिलकर बाहर निकलता  अधिवक्ताओं का प्रतिनिधि मंडल हाथरस। कोरोना वायरस को लेकर जिला एवं सत्र न्यायालय पर भी बार और बैंच दोनों ही गंभीर दिखाई दिए। जिला जज की देखरेख में न्यायिक कर्मचारियों और अधिकारियों को स्वास्थ्य विभाग की टीम ने बचाव के तरीके बताए तो ज्योइंट सेकेट्री विनीत शर्मा व प्रेस प्रवक्ता संजय दीक्षित के साथ अधिवक्ताओं का प्रतिनिधि मंडल ने न्यायिक अधिकारियों से मुलाकात की। अधिकारियों का कहना है कि बुधवार से स्वास्थ्य विभाग की टीम कोरोना से जूझने के लिए मुस्तैद रहेगी। सेशन कोर्ट से बाहर निकलता अधिवक्ताओं का प्रतिनिधि मंडल सूत्रों की माने तो हाईकोर्ट प्रशासन ने आदेश जारी करते हुए कहा है कि जिला एवं सत्र न्यायालयों पर मंगलवार 16 से 21 मार्च तक आवश्यक कार्यों को ही प्रमुखता दी जाए। जबकि स्वच्छता और सफाई के लिए खासतौर पर ध्यान रखा जाए। इसके लिए जिला मजिस्ट्रेट, अन्य प्रशासनिक अधिकारियों के अलावा सीएमओ/सीएमएस की ...

केवल 3 रुपये 75 पैसे में रख गई थी पहली परशुराम शोभायात्रा की नींव, 25 सौ रुपये में हो गया था पूरा मेला

पहली शोभायात्रा की मांत्र 3.75 में रख गई थी नीवं पहले अध्यक्ष बने थे मुन्नालाल रावत और 25 सौ रुपये में हो गया था पहला मेला 43 वें इतिहास को दौहराने निकलेगी दो अप्रैल को शोभायात्रा 43 वीं यात्रा के लिए चुने गए अध्यक्ष रविरंजन द्विवेदी एडवोकेट हाथरस। मेला और दशहराओं में भी अपनी एक अलग पहचान बना चुका हाथरस शहर अपने आप में भारत के दर्शन कराता है। क्योंकि यहां पर अनेता में एकता ठहराब होली के बाद से ही शुरू हो जाता है। इस बात का गवाह भगवान परशुराम शोभायात्रा भी है। जिसकी नींव मात्र 3.75 रुपये में रखी गई थी। जो 25 मार्च को फिर से अपने नए इतिहास की ओर होगा। यह बात सन् 1977 की है। जब हाथरस अलीगढ़ जिले की एक बड़ी तहसील हुआ करता था। मेला और उत्सवों के नाम पर पहचान बना चुके हाथरस में हर जाति और समाज के मेले थे, लेकिन विप्र समाज का कोई मेला अयोजन नहीं था। इसके के लिए श्रेय जाता है तत्कालीन हैड क्लर्क बिजली काटन मिल स्व.शिवकुमार गौड़ को। उनकी पहल के प्रथम अध्यक्ष (वर्ष 1978)  मुन्नालाल रावत साथ जुड़े रामकिशन शर्मा (हनुमान) सहित एक दर्जन लोग। पहली बैठक में चैत्रीय नवरात्र के प्र...

हर पर्व और त्योहार में छिपा है शैक्षिक संदेश और सौहार्दता : जिला जज

हर पर्व और त्योहार में छिपा है शैक्षिक संदेश Or सौहार्दता -डिस्ट्रिक्ट बार के होली मिलन में बोले जिला जज हाथरस। भारतीय परिवेश का हर पर्व और त्योहार हमें शैक्षिक संदेश देता है और सौहार्दता की ओर ले जाता है। डिस्ट्रिक्ट बार के होली मिलन समारोह में मौजूद सभी न्यायिक अधिकारी व अधिवक्तागण उसमें भी हाथरस की हर बात निराली है। होली के इस पावन पर्व पर आप सभी को होली की शुभकामनाएं। खासकर कलाकारों की प्रस्तुति है लिए भी धन्यवाद। यह उद्गार जिला एवं सत्र न्यायाधीश विवेक सांगलन ने डिस्ट्रिक्ट बार एसोसिएशन के हुए होली मिलन समारोह में बतौर मुख्य अतिथि व्यक्त किए। इससे पूर्व कार्यक्रम की शुरूआत डिस्ट्रिक्ट बार हाॅल में स्थित मां शारदा मंदिर में पूजन-अर्चन के बाद शुरू हुआ। कार्यक्रम में अशोक शर्मा एंड पार्टी ने ‘होली में रे मेरे लग जायगी मत मारे दृगन की चोट’, ‘ऐसो चटक रंग डारो, मेरी चोलीउ कर गयो लाल री’ आदि ब्रज की होली गायन, ब्रज होली गीत और होली पैरोड़ी पर तमाम संगीतमय कार्यक्रम प्रस्तुत होली गायन सुनाते कलाकार किए। इस दौरान सभी अधिवक्ताओं ने अधिकारियों संग फूल की होली खेली। सा...

किले के सौंदर्य को लूटते रहे अतिक्रमणकारी और चिढ़ाते हैं वायदेखोर

किले के सौंदर्य को लूटते रहे अतिक्रमणकारी और चिढ़ाते हैं वायदेखोर -करोड़ों खर्च हुए वाउंड्री पर फिर भी असुरक्षित किला राजा दयाराम संजय दीक्षित हाथरस।  ‘‘चुनावी वायदे हुए धूमिल’’ के तहत अगर हम हाथरस के इतिहास की बात करें तो ऐतिहासिक धरोहर और यहां की प्राचीन पहचान में अगर कहीं अग्रणी आता है तो वह है किला राजा दयाराम स्थित मंदिर श्रीदाऊजी महाराज। इतिहास के पन्ने खंगालने 2002 वर्ष पुराने इतिहासिक अवशेष मिलते हैं। क्योंकि सौंदर्यीकरण के लित तरसरहा ऐतिहासिक किला क्षेत्र आज भी वैसा है जैसा आजादी के वक्त था अगर मिला है तो सिर्फ चुनावी वायदे। किला क्षेत्र में सौंदर्यीयकरण का यह रहा है इतिहासः- ऐतिहासिक किला राजा दयाराम का इतिहास को बहुत पुराना है। ऐतिहासिक अध्ययन से पता चलता है कि यहां ऐतिहासिक मंदिर श्री दाऊजी महाराज पर कुषाण, मौर्य, गुप्त व राजपूत राजवंशों ने समय-समय पर शासन केंद्र बनाया। सन् 1710 के करीब जाट राजा भोज सिंह ने राजपूताना प्रभुत्व खत्म करते हुए मुरसान के बाद हाथरस पर अपना अधिपत्य किया और फिर से हाथरस ऐतिहासिक मंदिर श्री दाऊजी महाराज में बिराजित रेवतीरमण भ...